साहित्यकार अभिषेक़ कुमार की पुस्तक "अंग प्रत्यंग" युवाओं के ऊर्जा श्रोत



संवाददाता अभिषेक प्रजापति

 प्रख्यात हिंदी साहित्यकार अभिषेक़ कुमार द्वरा लिखित पुस्तक अंग प्रत्यंग युवाओं को नवीन ऊर्जा संचेतना से परिप्लावित करने के साथ-साथ एक सकारात्मकता का बोध करा रहा है। पूर्व डिप्टी कमिश्नर आजमगढ़ श्री बी.के. मोहन जी से आत्मसात किया हुआ कर्मयोग, भक्तियोग, प्रेमयोग और दिव्य ज्ञान योग विवेक की अमर ज्योति का प्रकाश पुंज पुस्तक "अंग प्रत्यंग" में समस्त शास्त्रों और विज्ञान का सूक्ष्म निचोड़ है तथा खुद अपनी मानव शरीर का जीवनोपयोगी उचित पोषण एवं रहस्मयी ज्ञान और चेतना की उच्च प्रकाष्ठा आत्मीयता/मानवता की सर्वोच्च बिंदु पर अग्रसरित कर साधारण व्यक्तित्व से असाधारण व्यक्तित्व कर देगा। यह पुस्तक हाले में बाराबंकी में विमोचन हुआ था तथा यह खासा लोकप्रिय हो रहा है। बताते चले कि साहित्यकार अभिषेक़ कुमार द्वरा अयोध्या के श्री राम नामक पुस्तक का लेखांकन किया जा रहा है जिसमे राम राज्य की पुनर्स्थापना हेतु बिभिन्न दृष्टांतो के माध्यम से आम जनमानस तक सहज और सुलभ करना है, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को पुस्तक भेंट करते अभिषेक़ कुमार।

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