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अतरौलिया।प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवतियों का हुआ स्वास्थ्य जांच।
बता दे कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शनिवार को विशेष कैंप का आयोजन किया गया । इसी क्रम में शनिवार 100 सैयां संयुक्त चिकित्सालय में गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत फल वितरण किया गया ताकि गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व जांच की जा सके। डॉक्टरों ने बताया कि
जच्चा बच्चा के सुरक्षा के लिए गर्भावस्था के दौरान प्रसव पूर्व जांच कराना आवश्यक है। इसी को लेकर प्रत्येक 9 तारीख को विशेष कैंप का आयोजन किया जाता है। गर्भावस्था के दौरान अपने स्वास्थ्य का देखभाल के लिए अब महिलाएं भी जागरूक दिखने लगी है। कैंप में काफी संख्या में महिलाएं आकर अपना प्रसव पूर्व जांच करा रही है।जिसके क्रम में 100 शैय्या अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत 100 सैयां अस्पताल में शिविर लगाकर स्त्री रोग विशेषज्ञ अथवा एमबीबीएस चिकित्सक द्वारा गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गयी। साथ ही उच्च जोखिम गर्भधारण महिलाओं की पहचान कर उचित प्रबंधन सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया। इस मौके पर मॉम्स केयर हॉस्पिटल के डॉक्टर संदीप पांडे तथा स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर तनु पांडे द्वारा गर्भवती महिलाओं को फल व पौष्टिक आहार का भी वितरण कराया गया।
स्त्री रोग विशेषज्ञ तनु पांडे ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ उन्हें बेहतर परामर्श देना है। गर्भावस्था के दौरान चार प्रसव पूर्व जांच प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं में कमी लाता है। सम्पूर्ण प्रसव पूर्व जांच के अभाव में उच्च जो़िखम गर्भधारण की पहचान नहीं हो पाती। इससे प्रसव के दौरान जटिलता की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने बताया इस अभियान की सहायता से प्रसव के पहले ही संभावित जटिलता का पता चल जाता है। जिससे प्रसव के दौरान होने वाली जटिलता में काफी कमी भी आती है। अत्यधिक रक्तस्राव से महिला की जान जाने की संभावना सबसे अधिक होती है। प्रसव पूर्व जांच में यदि खून की कमी होती है तब ऐसी महिलाओं को आयरन की गोली के साथ पोषक पदार्थों के सेवन के विषय में सलाह भी दी जाती है। गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अत्यधिक या कम वजन एवं अत्यधिक खून की कमी प्रसव संबंधित जटिलता को बढ़ा सकता है। इस दिशा में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान प्रभावी रूप से सुदूर गांवों में रहने वाली महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है एवं इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में भी अंकुश लगाने में सफलता मिल रही है। दंत रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संदीप पांडे ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन में मेरा पूरा सहयोग रहेगा ताकि गर्भवती महिलाओं को पोस्टिक व आयरन संबंधित फल का वितरण कराया गया। आगे भी इस तरह के आयोजन में पूरा सहयोग करेंगे।
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