अतरौलिया। नगर पंचायत समेत ग्रामीण क्षेत्रों में भी निकला मोहर्रम का जुलूस।
बता दे कि बुधवार को नगर पंचायत समेत ग्रामीण क्षेत्रों में जगह-जगह दसवीं मोहर्रम पर ताजिए का जुलूस निकाला गया। जुलूस के दौरान अंजुमनों ने नौहाख्वानी व सीनाजनी करते हुए चल रहे थे। इस दरम्यान बच्चों, युवकों व बुजुर्गो द्वारा विभिन्न करतब कलाओं का प्रदर्शन भी किया गया।नगर पंचायत में जामा मस्जिद से शुरू हुआ मोहर्रम का जुलूस शांति व सद्भावना से तहजीब को लेकर पूरे नगर में भ्रमण करते हुए 1 किलोमीटर दूरी पर स्थित कर्बला पर जाकर उसे दफन किया गया। मुस्लिम बंधुओं के साथ हिन्दू बंधुओं ने भी ताजिए को कंधा देकर उनके गमों में शामिल हुए। ताजिया जुलूस के पीछे मुस्लिम महिलाएं गमगीन माहौल में या हुसैन को याद कर रही थीं। बता दे कि पूरी दुनिया के शिया मुसलमान इमाम हुसैन और उनके अनुयायियों की शहादत को याद कर मोहर्रम मनाते हैं। इमाम हुसैन, पैगंबर मुहम्मद के पोते थे, जो कर्बला की लड़ाई में शहीद हुए थे। इस महीने के दसवें दिन को अशूरा भी कहा जाता है। अंजुमनों की सुविधा के लिए सड़कों पर लटकते तारों को लिफ्ट मशीन से ऊंचा करवाया गया था जिससे जुलूस के दौरान कोई परेशानी न हो। कर्बला जुलूस के दौरान उप जिलाधिकारी बुढ़नपुर राजीव बैठा, क्षेत्राधिकारी किरणपाल सिंह तथा थाना अध्यक्ष बीरेंद्र कुमार सिंह,उपनिरीक्षक संतोष कुमार पुलिस कर्मियों के साथ लगातार ताजिया जुलूस के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे।
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