माता शीतला के दरबार मे लगा श्रद्धालुओं का रेला।

 

निज़ामाबाद आज़मगढ़।निज़ामाबाद के भैरोपुर कला में स्थित माता शीतला के मंदिर में श्रद्धालुओं का रेला सुबह से ही लगा रहा। सावन माह के आखिरी सोमवार के कारण सुबह से ही भक्तगण लाइनों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे और बारी आने पर माता शीतला का जयकारा बोलते हुए भक्तगण माता के दरबार मे पहुँचकर धूप,अगरबत्ती,सिंदूर,फूल,माला,चुंदरी आदि से माता का पूजन कर अपनी मुरादे माँगी।ऐसे तो इस मंदिर पर सालभर दर्शन पूजन का कार्यक्रम चलता है मगर सावन के महीने में सोमवार और शुक्रवार को अपार भीड़ रहती है।इस मंदिर पर माँगी गई सभी मुराद पूरी हो जाती है।अपनी मुरादों को पूरी हो जाने के बाद श्रद्धालु दूर- दूर से माता के दरबार मे पहुँचकर हलुआ और पूड़ी माता को चढ़ा कर अपनी और अपने परिवार के सुख समृद्धि की कामना करते हैं।पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माँ शीतला माता गौरा की अवतार हैं।सती के सती होने की खबर शिव जी को मिली तो वह सती के मृत शरीर को लेकर पूरे ब्रह्मांड में विचरण करने लगे भगवान शिव की ऐसी दशा देखकर भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से माता सती के शरीर को खंड-खंड में विभाजित कर दिया जहाँ-जहाँ उनके शरीर का अंग गिरा वो एक शक्तिपीठ के रूप में स्थापित हो गया।उनके शरीर का एक अंग यहाँ भी गिरा जिसके कारण माता शीतला का मंदिर भी शक्तिपीठ के रूप में विख्यात है।प्रशासन के लोग मेले परिसर के पहले ही गाड़ियों को रोक रहे थे और मेले परिसर में पैदल ही जाने दे रहे थे।माता शीतला के मंदिर परिसर में अत्याधिक भीड़ होने के कारण सुरक्षा के दृष्टिकोड़ से उपनिरीक्षक अशोकदत्त त्रिपाठी,का0सुमित,का0तरुन पांडेय,मुन्ना वर्मा,कृष्णकुमार,आलोक कुमार,महिला का0 नेहा गुप्ता,पुष्पलता सिंह,सुमन पासवान,नीलम मिश्रा आदि लोग मंदिर परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाले हुए थे

प्रेमप्रकाश दुबे की रिपोर्ट

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