अतरौलिया। होर्डिंग बैनर पोस्टर से पटा नगर पंचायत, भाग्य आजमा रहे दर्जनों प्रत्याशी।

अतरौलिया। होर्डिंग बैनर पोस्टर से पटा नगर पंचायत, भाग्य आजमा रहे दर्जनों प्रत्याशी।
ब्यूरो रिपोर्ट आकाश मोदनवाल

बता दे कि नगर पंचायत अतरौलिया अध्यक्ष का चुनाव महिला प्रत्याशियों के पतियों ने झोंकी ताक़त ,बैनर पोस्टर से पटा बाजार। बता दे कि नगर पंचायत चुनाव में महिला सीट होने को लेकर इस बार  मुकाबले में पत्नियों को लेकर प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। चुनाव प्रचार पूरे शबाब पर पहुंच रहा है वही पूरे नगर पंचायत में भाजपा उम्मीदवार प्रत्याशी द्वारा होर्डिंग, बैनर पोस्टर लगाए गए है। महिलाओं प्रत्याशी के पति वोटरों को लुभाने में लगे है।
अतरौलिया नगर पंचायत में कुल मतदाता की संख्या अधिक हैं। वर्ष 2006 में अध्यक्ष पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित रहा। सपा प्रत्याशी के रूप में सुबाषचंद्र जायसवाल ने अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया था। इस बार महिला सीट होने पर पुरुष प्रत्याशी हासिए पर चले गए हैं। अब वे पत्नियों और बहुओं को मैदान में उतार अध्यक्ष पद परिवार से किसी भी कीमत पर बाहर जाने से रोकने के जुगत में हैं। मुख्य रूप से सपा बसपा उम्मीदवार को छोड़ भाजपा के आधा दर्जन प्रत्याशी चुनावी जंग में हैं। इसमें सपा के निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष सुभाष चंद्र जायसवाल ,पूर्व अध्यक्ष रामचंद्र जायसवाल और धर्मेंद्र निषाद,रमेश सिंह रामू, दिनेश मद्धेसिया,महेन्द्र यादव,विवेक जायसवाल,समेत अन्य संभावित प्रत्याशी शामिल हैं।
निवर्तमान अध्यक्ष सुभाषचंद्र जायसवाल सपा उम्मीदवार के रूप में वर्ष 2000 और वर्ष 2006 में लगातार जीत दर्ज की थी। इस बार अपनी सीट बचाने के लिए सपा का समर्थन  लेकर पूरी ताकत झोंक दिए हैं। 10 साल के कार्यकाल के विकास कार्यों का हवाले देकर विकास की गंगा बहाने का वादा करना नहीं भूल रहे हैं। रामचंद्र जायसवाल वर्ष 1995 में निर्दल प्रत्याशी के रूप में अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। इस बार भाजपा का समर्थन लेकर अपनी खोई हुई सीट को वापस लाने के लिए दिन रात एक कर दिए हैं। दूसरी तरफ पहली बार भाजपा का समर्थन लिए आधा दर्जन संभावित प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे है।

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