बस चालक की संदिग्ध मौत पर परिजनों ने लगाया जाम ।

बस चालक की संदिग्ध मौत पर परिजनों ने लगाया जाम ।  
      
सुप्रीम टीम समाचार ब्यूरो चीफ A S मीरजापुर

। थाना क्षेत्र के जगरनाथपुर निवासी बस चालक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने शव लाल दरवाजा आटो स्टैंड के पास रखकर जाम लगा दिया। परिजन हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग करने लगे। कोतवाल के समझाने पर ढाई घंटे बाद जाम समाप्त हुआ। जगरनाथपुर निवासी विजय कुमार राजभर (49) गांव के एक निजी विद्यालय में बस चालक था। वह सोमवार को विद्यालय गया था।
 शाम को उसने घर फोन कर बताया कि प्रबंधक के परिवार में किसी की शादी पर विद्यालय स्टाफ के लोगों के साथ वह वाराणसी अखरी बाईपास जा रहा है। देर रात वहां से खलासी प्रदीप ने विजय के पुत्र छोटू को फोन कर बताया कि उसके विजय की तबियत खराब है। उनको लेकर घर आ रहे है। रात साढ़े 11 बजे परिजन भी जाने के लिए निकले ही थे कि गांव से कुछ दूरी खलासी प्रदीप व अन्य लोगों ने परिजन को देखकर मिल्कीपुर सड़क के किनारे पुलिया के पास शव को उतार कर चले गए। परिजनों ने पास के चिकित्सक से परीक्षण कराया तो उसने मृत घोषित कर दिया। रात में ही परिजनों ने पीआरवी 112 व स्थानीय पुलिस को सूचना दी। मंगलवार की सुबह पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए ले गई। जबकि परिजन ग्रामीणों के साथ दोपहर 12 बजे पोस्टमार्टम हाउस में रखे शव को निकालकर नगर के लाल दरवाजा ऑटो स्टैंड चौराहा लाए और वहां रखकर जाम लगा कर प्रदर्शन करने लगे। जानकारी होने पर चुनार थाने के साथ जमालपुर, अहरौरा, अदलहाट, राजगढ़ थाने की पुलिस पहुंची और हल्का बल प्रयोग कर लोगों को हटाने का प्रयास किया। ढाई घंटे बाद पहुंचे कोतवाल त्रिवेणी लाल सेन ने परिजनों को समझाकर किसी प्रकार जाम को समाप्त कराया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंपा। मृतक को दो पुत्र गौतम ऊर्फ गोलू (26) व छोटू (16) है। 
अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल महेश सिंह अत्रि ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। मामले की जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कानून व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ भी जगरनाथपुर निवासी विजय कुमार राजभर (49) गांव के एक निजी विद्यालय में बस चालक था। वह सोमवार को विद्यालय गया था। शाम को उसने घर फोन कर बताया कि प्रबंधक के परिवार में किसी की शादी पर विद्यालय स्टाफ के लोगों के साथ वह वाराणसी अखरी बाईपास जा रहा है। देर रात वहां से खलासी प्रदीप ने विजय के पुत्र छोटू को फोन कर बताया कि उसके विजय की तबियत खराब है। उनको लेकर घर आ रहे है। रात साढ़े 11 बजे परिजन भी जाने के लिए निकले ही थे कि गांव से कुछ दूरी खलासी प्रदीप व अन्य लोगों ने परिजन को देखकर मिल्कीपुर सड़क के किनारे पुलिया के पास शव को उतार कर चले गए। परिजनों ने पास के चिकित्सक से परीक्षण कराया तो उसने मृत घोषित कर दिया। रात में ही परिजनों ने पीआरवी 112 व स्थानीय पुलिस को सूचना दी। मंगलवार की सुबह पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए ले गई। जबकि परिजन ग्रामीणों के साथ दोपहर 12 बजे पोस्टमार्टम हाउस में रखे शव को निकालकर नगर के लाल दरवाजा ऑटो स्टैंड चौराहा लाए और वहां रखकर जाम लगा कर प्रदर्शन करने लगे। जानकारी होने पर चुनार थाने के साथ जमालपुर, अहरौरा, अदलहाट, राजगढ़ थाने की पुलिस पहुंची और हल्का बल प्रयोग कर लोगों को हटाने का प्रयास किया। ढाई घंटे बाद पहुंचे कोतवाल त्रिवेणी लाल सेन ने परिजनों को समझाकर किसी प्रकार जाम को समाप्त कराया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंपा। मृतक को दो पुत्र गौतम ऊर्फ गोलू (26) व छोटू (16) है। अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल महेश सिंह अत्रि ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। मामले की जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कानून व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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